बस्ती। पहली बार किसी प्रभारी मंत्री ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए विकास के भ्रष्टाचार की ही पोल खोलते हुए कहा कि अधिकारी फर्जी रिपोटिगं करते हैं, जल निगम को तो फ्राड तक कह डाला। इसके बाद अन्य ने भी मंत्री की देखा-देखी भ्रष्टाचार की पोल खोलने लगे। मंत्रीजी उस समय हरैया के एक्सईएन पर नाराज होते कहा कि बारात में आए हो क्या ? हम समीक्षा कर रहे हैं, और आप मोबाइल पर बात कर रहे है। भागो यहां से, और जाओ उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाओ जिसने तीन पोल गिराया, बाकी नहीं गिराया। हरैया के भाजपा विधायक अजय सिंह ने कहा कि लघु सिचाई विभाग के जितने भी कार्य हो रहे हैं, वे सभी कागजों में हो रहे हैं। कहा कि इस विभाग के टेक्निीसिएना खुद ठेकेदार बने हुए है। जनप्रतिनिधियों तक को यह विभाग कार्यों की जानकारी नहीं देता। कानून व्यवस्था पर भी विधायकजी ने हमला बोला, जिसका समर्थन जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्र ने किया। कहा कि बिजली की विजिलेंस टीम उपभोक्ताओं का जमकर उत्पीड़न कर रही है। जानबूझकर 15-20 हजार का शमन भेज दिया जाता। कहा कि पुलिस जानबूझकर परेषान करने की नीयत से 151 में चालान करती है। कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थित को
कहा जल निगम के अधिकारी करते हैं, फर्जी रिपोर्टिंग, जल निगम वाले फ्राड
-प्रभारी मंत्री ने हरैया के एक्सईएन को कहा बारात में आए, भागो यहां से और जाओ एफआईआर दर्ज करवाओ
-लघु सिंचाई के सारे काम कागजों में होते, इसके टैक्निसियन स्वंय ठेकेदारः अजय सिंह
-सीएमओ ने का सीटी स्कैन जिला अस्पताल में चल रहा, महेश शुक्ल ने कहा नहीं चल
-जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने एक्सईएन हरैया को आड़े हाथों लिया, कहा हमने थमाया पांच लाख का स्टीमेट और चुपके से गिरा दिया पोल
-एमएलसी प्रतिनिधि हरीश सिंह ने कहा कि आईजीआरएस का उड़ाया जा रहा मजाक, जो आरोपी है, वही जांच रिपोर्ट लगा रहा
देखते हुए उन्होंने एएसपी से कहा कि यह गंभीर मामला हैं, देखिए। मामला उस समय और भी गंभीर हो गया, जब मंत्री के बाहर निकलते ही एक महिला ने मंत्री का पैर पकड़कर कहा कि वह बलात्कार की शिकार है, लेकिन पुलिस ने ऐसी धारा में मुकदमा लिख दिया, जिसमें आरोपी को बेल हो गया, और अब वह फिर से बलात्कार करने की धमकी दे रहा है। गोसेवा के उपाध्यक्ष महेष शु
क्ल ने कहा कि जिला अस्पताल में सीटी स्कैन काम नहीं कर रहा, तब सीएमओ ने कहा कि नहीं साहब काम कर रहा है, तब महेश शुक्ल ने कहा कि दो दिन
पहले गया तो नहीं चल रहा था। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि उन्होंने बभनाना में सात पोल लगाने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर विभाग ने उन्हें पांच लाख का स्टीमेट थमा दिया, कहा कि बाद में पता चला कि तीन पोला गिरा दिया, कहां से गिराया यह जानकारी नहीं हो पाई। इस पर मंत्रीजी ने एक्सईएन से कहा कि जाइए एफआईआर लिखिवाइएगा और पत्ता करिए कि किस मद से तीन पोल गिराया। आईजीआरएस की समीक्षा के दौरान एमएलसी प्रतिनिधि हरीश सिंह ने कहा कि मंत्रीजी यह बहुत ही गंभीर विषय है। कहा कि
सरकार या तो आईजीआरएस को
समाप्त करना चाहिए, या फिर अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, कहा कि जिसके खिलाफ आरोप लगाया जाता है, उसी को जांच करने को दे दिया जाता। ऐसे में कैसे किसी को न्याय मिलेगा, कहा कि इसी लिए आईजीआरएस को लेकर आम जनता में गलत संदेष जा रहा, कहा कि आईजीआरएस जिले में मजाक बनकर रह गया है। जल निगम नगरीय, गन्ना विभाग, वन विभाग के अधिकारियों को अनुपस्थित पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिया। बैठक में सपा के गुलाब चन्द्र सोनकर, सपा के मो. सलीम, अपना दल के जिलाध्यक्ष राजमणि पटेल, डीएम रवीश गुप्ता, सीडीओ सार्थक अग्रवाल, एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान, एएसपी ओम प्रकाश सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी राजीव निगम, डीडीओ अजय कुमार सिंह, एआरटीओ पंकज कुमार, एलडीएम आर.एन. मौयां, डीएसओ सत्यवीर सिंह, जिला सेवायोजन अधिकारी अवधेन्द्र
प्रताप वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक जगदीश शुक्ला, डीसी मनरेगा संजय शर्मा सहित जनपदस्तरीय अधिकारी तथा कार्यदायी संस्था के अधिकारीगण उपस्थित रहें। बैठक के पश्चात मा. मंत्री ने जलजीवन मिशन योजनान्तर्गत (हर घर जल) मडवानगर में निर्माणाधीन टंकी का निरीक्षण किया। यह कार्य कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) द्वारा किया जा रहा है। इसकी लागत 850.94 लाख है। इस अवसर पर विधायक हरैया अजय सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, डीएम रवीश गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी सार्थक अग्रवाल, एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान, एएसपी ओम प्रकाश सिंह, अधिशासी अभियन्ता जलनिगम जनार्दन सिंह सहित संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।