लापरवाही का आरोप
टीम ने चिकित्सक व स्टाफ का लिया बयान, जल्द सीएमओ को सौंपेगी रिपोर्ट
संवाददाता
बस्ती। शहर के मालवीय रोड स्थित एक निजी अस्पताल में महिला चिकित्सक की लापरवाही से नवजात की मौत के मामले की जांच के लिए सोमवार को तीन सदस्यीय टीम अस्पताल पहुंची। टीम ने चिकित्सक और स्टाफ के बयान दर्ज किए और वार्डों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। टीम का नेतृत्व कर रहे डिप्टी सीएमओ डॉ. ए.के. चौधरी ने बताया कि जांच सप्ताह भर में पूरी कर रिपोर्ट सीएमओ को सौंपी जाएगी।
जांच टीम में डॉ. ए.के. चौधरी के साथ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रवींद्र वर्मा और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष मौर्य भी शामिल थे। टीम ने अस्पताल के कर्मचारियों से बातचीत की और अस्पताल में सुविधाएं और नियमों की स्थिति को भी परखा। डॉ. चौधरी ने बताया कि अभी चिकित्सक का बयान
पूरा नहीं हो सका है। टीम दोबारा अस्पताल जाकर बयान लेगी।
यह है मामला
कप्तानगंज सीएचसी के अधीक्षक डॉ. अनूप कुमार ने सीएमओ को पत्र देकर बताया कि 5 मई को उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। वह उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल ले गए। सुबह 10 बजे फीस जमा करने के बाद दोपहर 2 बजे डॉक्टर को दिखाने का समय मिला, लेकिन डॉक्टर नहीं आई। काफी देर इंतजार के बाद उनकी पत्नी को भर्ती कर लिया गया। चार घंटे बाद एक जूनियर डॉक्टर आई और कहा कि सब ठीक है, डॉक्टर आ रही हैं। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर उनकी पत्नी को पहली मंजिल से ग्राउंड फ्लोर तक पैदल लाया गया। मुख्य चिकित्सक ओपीडी में व्यस्त रहीं और उन्होंने स्वयं डिलीवरी नहीं कराई। दाई के जरिए प्रसव कराया गया। नवजात ने रोना नहीं शुरू किया और उसकी हालत बिगड़ती गई। उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। डॉ. अनूप कुमार ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है।