बस्ती , जिले में गोवंशीय पशुओ में वर्गीकृत वीर्य (सेक्सड़ सीमेन) की उपलब्धता हो गयी है। उक्त जानकारी जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने दी है। उन्होने बताया कि जिले के सभी 30 पशु चिकित्सालयों में यह सीमेन उपलब्ध है। गोवंशीय पशुपालक इसका लाभ उठा सकते है।
उन्होने बताया कि सेक्सड़ सीमेन से लगभग 90 प्रतिशत मादा संतति पैदा होती है। शेष 10 प्रतिशत नर पशु उच्च गुणवत्ता के प्रजातिवार एमएसपी मानक के अनुसार अतिहिमीकृत वीर्य उत्पन्न कर सकेंगे।
उन्होने बताया कि अधिकांश मादा पशु के होने से दुग्ध उत्पादन बढेगा, पशु पालक की आय बढेगी, बेसहारा पशु की संख्या कम होगी तथा फसलों की क्षति से छुटकारा मिलेगा। उन्होने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत वर्ष 2016-17 में प्रदेश के तीन जिलों में यह योजना लागू की गयी। इससे 581 संतति हुयी, जिसमें से 522 मादा तथा 59 नरसंतति थी। इसकी सफलता को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इसे पूरे प्रदेश में लागू किया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि पशुपालको द्वारा इस कार्यक्रम को बेहद पसन्द किया जा रहा है। एक पशु में गर्भाधान के लिए पशु पालक को 300 रूपये शुल्क देना होगा।
उन्होने बताया कि पूर्व में प्रचलित गर्भाधान प्रक्रिया से मात्र 50 प्रतिशत मादा संतति होती थी, जबकि सेक्सड़ सीमेन के उपयोग से मादा 90 प्रतिशत होती है। उन्होने पशुपालको से अपील किया है कि नयी विधि से पशु का गर्भाधारण कराये ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
15 मार्च से कराये टीकाकरण
जिलाधिकारी ने बताया है कि 15 मार्च से पशुओ को खुरपका, मुॅहपका रोग से बचाव के लिए टीकाकरण शुरू किया जा रहा है। सभी पशुओ को टीका लगवाये।
"पशुओ की कराये टैगिंग"
जिलाधिकारी ने सभी पशुपालको से अपील किया है कि पशुपालक अपने सभी छोटे-बड़े सभी जानवरों का टैगिंग करा लें। इससे उनके पशु की पहचान हो सकेंगी।
"गोवंशीय पशुओ को गोद लें"
जिलाधिकारी ने सभी पशुपालको से अपील किया है कि वे बेसहारा गोवंशीय पशुओ को गोआश्रयशाला से सम्पर्क कर गोद लें। इसके लिए प्रति पशु प्रतिदिन 30 रूपये भरण-पोषण के लिए दिया जायेंगा। उपरोक्त योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जिले के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 अश्वनी तिवारी से उनके मोबाइल नम्बर-9415278493 पर सम्पर्क कर सकते है।
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