बस्ती। आठ अल्ट्रासाउंड सेंटर कार्रवाई की जद में आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इन केंद्रों पर उपलब्ध अल्ट्रासाउंड मशीनों को भी सील किया जाएगा।
जिला स्वास्थ्य सलाहकार समिति की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
जांच के दौरान शहर से लेकर कस्बों में आठ अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर बिना चिकित्सक के पाए गए थे। संचालकों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया था। लेकिन, संचालकों ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
यह मुद्दा जिला स्वास्थ्य सलाहकार समिति की बैठक में भी उठा था। समिति ने संबंधित अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों का लाइसेंस निरस्त करने का फैसला लिया। इसी के बाद कार्रवाई आगे बढ़ गई।
जिले में 114 अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत है। चार महीने पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच का अभियान चलाया था। आठ - अल्ट्रासाउंड सेंटर में पंजीकृत - रेडियोलॉजिस्ट मौजूद नहीं मिले थे।
पूर्व में जारी नोटिस का जवाब न मिलने पर शुरू हुई कार्रवाई
जिन अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर रेडियोलॉजिस्ट की मौजूदगी न होने की रिपोर्ट है, उनका लाइसेंस निरस्त होगा। कार्रवाई के लिए नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डॉ. एके चौधरी को निर्देशित किया जा चुका है। -डॉ. राजीव निगम, सीएमओ।
इनमें सत्य डायग्नोस्टिक सेंटर कप्तानंज, आदर्श अल्ट्रासाउंड सेंटर मालवीय रोड, आदर्श अल्ट्रासाउंड सेंटर गौर, पटेल डायग्नोस्टिक सेंटर हरदिया, शिवा जी डायग्नोस्टिक सेंटर हलुआ बाजार, मैस डायग्नोस्टिक सेंटर ग्लोबल हास्पिटल बनकटी, भारत डायग्नोस्टिक कुशौरा व भारत डायग्नोस्टिक मझौआमीर शामिल हैं। विभाग ने इन सेंटरों का पंजीयन निलंबित कर स्पष्टीकरण तलब किया था। लेकिन, संचालकों ने कोई जवाब नहीं दिया। अब सेंटरों के पंजीयन निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
नोडल अधिकारी डॉ. एके चौधरी ने बताया कि कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी करके संस्तुति के लिए फाइल डीएम कार्यालय भेज दी गई है।