एसडीएम रश्मि यादव की कार्यशैली की सराहना
संवाददाता
बस्ती। एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) के अंतर्गत जून माह की समीक्षा में भानपुर तहसील ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि उप जिलाधिकारी रश्मि यादव के नेतृत्व में समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण शिकायत निस्तारण के चलते संभव हुई है।
जून माह में भानपुर तहसील को कुल 127 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें से सभी का निस्तारण तय समयसीमा के भीतर कर दिया गया। खास बात यह रही कि एक भी शिकायत डिफाल्टर श्रेणी में नहीं पहुंची।
शासन द्वारा जारी आईजीआरएस रैंकिंग में तहसीलों के प्रदर्शन को शिकायतों के त्वरित निस्तारण, गुणवत्ता और डिफाल्टर मामलों के आधार पर आंका जाता है। इस बार भानपुर तहसील ने सभी मानकों पर खरा उतरते हुए पहला स्थान हासिल किया। हालांकि जिले की स्थिति प्रदेश स्तर पर अभी भी सुधार की जरूरत दिखा रही है। जून माह की राज्य स्तरीय रैंकिंग में जनपद 46वें स्थान पर रहा।
एसडीएम रश्मि यादव ने इस
एसडीएम रश्मि यादव
उपलब्धि को अपनी टीम की मेहनत और आमजन की समस्याओं के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में शिकायतों के निराकरण को और बेहतर बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर कार्य किया जाएगा।
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पांच विद्यार्थियों का मूल्यांकन निपुण एप के माध्यम से करेंगे
बस्ती
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अब परिषदीय विद्यालय में हर हफ्ते परखा जाएगा बच्चों का ज्ञान, निपुण एप से होगा मूल्यांकन
बस्ती। प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अब विद्यार्थियों का साप्ताहिक मूल्यांकन किया जाएगा। सभी शिक्षक हर सप्ताह अपनी कक्षा के पांच विद्यार्थियों का मूल्यांकन निपुण एप के माध्यम से करेंगे। इससे बच्चों की पढ़ाई के स्तर को सही समय पर जानकारी होगी।
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने इस संबंध में निर्देश जारी कर सभी शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य नियमित रूप से करने को कहा है। बस्ती जिले में कुल 2071 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालय हैं, जिनमें करीब 1.40 लाख से अधिक बच्चे पढ़ते हैं।
शिक्षकों को 25 सप्ताह की शिक्षण योजना के आधार पर मूल्यांकन करना होगा। कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए विषयवार प्रश्न बैंक भी तैयार किया गया है। इस एप में ऐसे सवाल शामिल हैं, जिनसे बच्चों की
बीएसए अनूप कुमार ने बताया कि सभी प्रधानाध्यापकों को आवश्यक निर्देश भेज दिए गए हैं। मूल्यांकन रेंडम आधार पर किया जाएगा, जिससे निष्पक्षता बनी रहे। सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों की सूची भी एप पर स्वतः तैयार होगी। इस पहल से विद्यार्थियों की शैक्षिक स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
समझ और सीखने की क्षमता को आंका जा सकेगा।