अयोध्या
[अयोध्या।
शास्त्रों में जेष्ठ मास के बड़े मंगल का विशेष महत्व बताया गया है। इस वर्ष चार बड़ा मंगलवार पड़ेगा। पहला बड़ा मंगल 12 मई को है, लेकिन कोरोना महामारी से बचने को लॉकडाउन से पहली बार रामनगरी स्थित सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में हनुमंतलला का दरबार सूना रहेगा। यहां हर साल जेष्ठ माह के बड़े मंगल पर दो लाख से अधिक की भीड़ दर्शन-पूजन करने आती थी। यही नहीं, शहर से लेकर देहात के सभी हनुमान मंदिरों में सन्नाटा रहेगा। अयोध्या में इस बावत सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त की गई है।
लॉकडाउन के कारण रामनगरी के मंदिरों को बंद रखा गया है, जिसके चलते भक्त अपने आराध्य का दर्शन-पूजन नहीं कर पा रहे हैं। इसी कारण इस बार जेष्ठ माह के पहले मंगल को भी हनुमंतलला के दरबार में वीरानी छायी रहेगी।जहां हनुमंतलला का दरबार लाखों भक्तों के जयकारों से गूंजता रहता था, वहीं इस बार जेष्ठ के पहले मंगलवार को सन्नाटा पसरा रहेगा। शहर के अन्य हनुमान मंदिरों में भी भक्त हनुमान जी महाराज का दर्शन-पूजन लॉकडाउन के कारण नहीं कर पाएंगें। यही नहीं मंगलवार को सैकड़ों स्थानों पर होने वाले भंडारों का भी इस बार आयोजन नहीं किया जाएगा।
सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास बताते हैं कि आम दिनों में भी हनुमानगढ़ी में हजारों भक्त दर्शन-पूजन को आते हैं। जेष्ठ के बड़े मंगल पर तो श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ता था। ब्रह्ममुहूर्त से ही शुरू होने वाला दर्शन-पूजन का सिलसिला दिन भर अविराम रात्रि काल होने वाली शयन आरती तक जारी रहता है। जेष्ठ के प्रत्येक मंगलवार को करीब दो लाख भक्त हनुमंतलला का दर्शन-पूजन करते हैं। लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते मंदिर बंद होने के कारण दर्शन-पूजन नहीं हो पाएगा। हनुमान जी के भक्त घरों पर ही हनुमान जी महाराज की पूजा अर्चना करें। हनुमानगढ़ी पर सन्नाटे से प्रसाद-फूल-माला बेचने वाले बदहालहनुमानगढ़ी के आस-पास प्रसाद व फूलमाला की दुकान करने वाले दुकानदार भी इस बार व्यथित हैं। प्रसाद व्यवसायी अशोक गुप्ता, रामबाबू गुप्ता, विकास गुप्ता आदि बताते हैं कि प्रत्येक जेठ के मंगलवार को प्रत्येक दुकानदार के करीब पांच कुंतल लड्डू की खपत हो जाती थी, जिससे हजारों की कमाई होती थी, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण रोजगार भी छिन गया। फूलमाला व्यवसायी सुमित मांझी बताते हैं कि प्रत्येक मंगलवार को करीब 20 कुंतल मालाओें की खपत हो जाती थी, लेकिन इस बार दर्शन-पूजन ही नहीं हो सकेगा।
पौराणिक पीठ नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास बताते हैं कि लॉकडाउन के चलते इस बार मंदिर में पहली बार दर्शन पूजन की व्यवस्था नहीं रहेगी। मंदिर बंद रहेगें, लेकिन नित्य की भांति आरती पूजन होगा। उन्होंने बताया कि हर बड़े मंगल पर मंदिर में करीब 50 हजार से अधिक हनुमान भक्त 24 घंटे तक चलने वाले दर्शनों के लिए जुटते हैं। सामान्य मंगलवार पर यह संख्या 10से 20 हजार होती है। हर बड़े मंगल पर हनुमान जी महाराज को सवा मनी लड्डू का भोग भी लगाया जाता है, और इन्हें प्रसाद के रूप में भक्तों को वितरित किया जाता है।
नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने भक्तों से अपील किया है कि वे जेठ के हर बड़े मंगलवार पर घर पर ही सुंदरकांड का पाठ करें। उनका कहना है कि बिना मंदिर जाए ही घर पर भी पूजा की जा सकती है। लॉकडाउन चल रहा है ऐसे में हनुमान भक्त मंदिर आने की बजाए घरों में ही रहकर पूजन और पाठ करें। सभी भक्तों से अपील की गई है कि प्रत्येक बड़े मंगलवार को सुबह 6 से 9 बजे के बीच किसी भी समय हनुमान जी की प्रतिमा, मूर्ति या चित्र के सामने धूप, दीप जलाकार सुंदरकांड पाठ कर सकते हैं, इसके बाद आरती कर लें। आचार्य चन्द्र प्रकाश शुक्ल नेे सभी भक्तों से अपील किया है कि आप जहां भी है वहीं पर ही हनुमानजी की पूजा करने से ही मनवांछित फल प्राप्त हो जायेगा। और बताया कि
जेठमाह में हनुमान जी की विशेष पूजा आराधना से मंगल ग्रह संबंधी दोष दूर होते हैं।