बस्ती
कोरोना वायरस से बढ़े लॉक डाउन 3.0 में सभी लोगो ने अपने अपने ढंग से घरों में रहकर मनाया मातृ दिवस। किसी ने माँ को देवी के रूप में पूजा, तो किसी ने उनको याद करके मनाया। लोग आज लॉकडाउन 3.0 में कोई माँ के पास रहकर तो कोई वीडियो कॉल अथवा व्हाट्सएप के द्वारा मातृ दिवस की बधाई दी।
इसी क्रम में नानक नगर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ कम्प्यूटर एजुकेशन के डायरेक्टर अंकित कुमार गुप्ता ने घर पे ही मातृ दिवस पर अपनी माँ के लिए स्वयं केक बनाकर अपनी माँ को केक भेंट कर सेलिब्रेट किया। उन्होंने कहा कि कितना भी ज्ञान अर्जित कर लो, लेकिन मां जो सीख देती हैं, वो सिर्फ उन्हीं से मिल सकता है। और सिर्फ ये ही सीखें हैं, जो जिंदगी की चुनौतियों का सामना करना सिखा देती हैं। सिखा देती हैं कि हम हमेशा जीतेंगे नहीं और हमेशा हारेंगे भी नहीं। अक्सर देखा जाता है कि मां की परवरिश के तरीके में परिवार वाले कमियां ही निकालते रहते हैं। जबकि वैज्ञानिक तरीके से भी ये बात सिद्ध हो चुका है कि बच्चा सबसे पहले मां को ही पहचानना शुरू करता है। उसी की बातों को मानता और समझता है। इसलिए सभी से निवेदन भी किया कि जिंदगी में मां की अहमियत को परिवार समझे और बच्चे की परवरिश में मदद भी करें। इस तरह मां दोगुने साहस से परवरिश में जुट जाएगी। ये भी देखा जाता है कि बच्चे भी एक उम्र के बाद मां की बातों में कमियां निकालने लगते हैं। उन्हें मां के सुझाव बेमतलब लगते हैं। लेकिन यकीन कीजिए समय आने पर उन्हें ये बातें समझ जरूर आती हैं और काम भी आती हैं। कुछ और बातें, जो मां है बताती-
-मानसिक और शारीरिक परिवर्तन का एहसास
-घर से जुड़ी जिम्मेदारियों को समझाना
-अच्छी-बुरी बातें बताना
-अपनी सुरक्षा के बारे में आगाह करना।
इन्ही सभी बातों को बताते हुए उन्होंने मातृ दिवस पर छात्र/छात्राओं, अभिभावकों, बड़ेजनों के माताओं को अंतरराष्ट्रीय मदर्स डे की शुभकामनाएं भी दी।