आज एक नई समस्या का सामना हम सभी को करना पड़ रहा है इस समस्या का नाम है माइक्रो प्लास्टिक से भी रिसर्च आगे बढ़ गई नैनों प्लास्टिक दूध,दही, घी,तेल, पानी,अनाज, सब्जी, चीनी, मसाले यहां तक अब नये रिसर्च में पाया गया है सी साल्ट यानी समुद्री नमक में भी नैनो प्लास्टिक की मात्रा पाई गई है,यह प्लास्टिक हमारे हृदय, फेफड़े, किडनी, लीवर सभी अंगों में पहुंच रहा है एक भयावह सच दौड़ते,डांस करते, गाते गाते, चलते चलते मौत हो जा रही है जिसके लिए कहीं न कहीं यही नैनो प्लास्टिक जिम्मेदार है,इस प्लास्टिक का उपयोग हमारे जीवन में कम से कम हो आईये प्रयास करें। हम किस प्रकार प्लास्टिक से बच सकते हैं विचार करें।
डा0 वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी