अयोध्या
*जमीन के नाम पर भोले-भाले लोगों से करीब 10 (रू0 95643000) करोड़ रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश कर
पत्नी सहित गिरोह का सरगना गिरफ्तार।*
श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय, जनपद अयोध्या डा0 गौरव ग्रोवर के दिशा-निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे विशेष अभियान एवं जनपद अयोध्या के विकास में सहयोग करने वाले व्यापारी वर्ग एवं निवेशकों को गुमराह कर उनके साथ जमीन सम्बन्धी हो रहे धोखधड़ी/फ्राड पर अंकुश लगाये जाने के क्रम में श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदय, श्री चक्रपाणि त्रिपाठी के कुशल पर्यवेक्षण व श्रीमान क्षेत्राधिकारी अयोध्या श्री आशुतोष तिवारी के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक थाना पूराकलन्दर श्री देवेन्द्र सिंह एवं प्रभारी स्वाट/सर्विलांस श्री अमरेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित संयुक्त टीम द्वारा थाना पूराकलन्दर जनपद अयोध्या में पंजीकृत मु0अ0सं0 591/25 धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 111(2)(बी), 308(5), 308(6) व बढोत्तरी धारा 30 आर्म्स एक्ट का सफल अनावरण करते हुए 02 अभियुक्तों की गिरफ्तार करनें में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।
*संक्षिप्त विवरणः-*
आज दिनांक 16.08.2025 को थाना पूराकलन्दर क्षेत्रांतर्गत भदरसा के पास से उपरोक्त घटना/धोखा धड़ी में संलिप्त 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। पूछतांछ में अभियुक्त सुशील चतुर्वेदी ने बताया कि ‘‘विगत कुछ वर्षों से जनपद अयोध्या में हो रहे विकास से प्रभावित होकर गैर जनपद/गैर प्रान्त से बहुत अधिक संख्या में निवेशकों की टीमें जनपद में निवेश करने के उद्देश्य से आ रही हैं। हम लोग ऐसे निवेशकों में से भोले-भाले निवेशकों को चिन्हित कर उन्हे अलग अलग जमीनों को सर्किल/बाजार भाव से कई गुना अधिक दाम एवं अलग अलग सरकारी स्कीम बताकर गुमराह करते हैं तथा फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर अथवा विवादित जमीनों का बैनामा करा कर धोखा-धड़ी करके आर्थिक लाभ प्राप्त करते हैं। निवेशकों द्वारा पैसे फसने के बाद वापस मांगने पर मेरी पत्नी ममता द्वारा उन्हे महिला अपराध में फर्जी फसाने तथा मेरे द्वारा मेरी लाइसेन्सी रिवाल्वर से जान से मारने की धमकी देकर डरा धमका कर भगा देते हैं। अधिकांश निवेशक इस डर से भाग जाते है। इस काम में मेरे साथ 1. मेरी पत्नी के अलावा 2. गोविन्द बहादुर सिंह, 3. दुष्यंत सिंह उर्फ राजा सिंह, 4. सुनील कुमार मिश्रा प्रमुख भूमिका में रहते हैं तथा इनके अतिरिक्त कुछ अन्य लोगों की भी सहायता लेते रहते है।‘‘
*गिरफ्तार किये गये अभियुक्त